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यह काग़ज़ की नाव चली जाए अमरीका | यह काग़ज़ की नाव चली जाए अमरीका |
18:37, 31 मार्च 2011 के समय का अवतरण
यह काग़ज़ की नाव चली जाए अमरीका
सिखला दे उनको पूरब का तौर-तरीका
एट्म-बम से बिल्कुल भी धौरी बछिया नाहि डरती
न्यूट्रान से मड़र गाँव की मक्खी भी नाहिं मरती
गोबर ने चोंगी सुलगा कर लट्ठ सम्भाला
आ जाए अब रीगन हो या बेगिन साला।