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"चाँद दिखा / विष्णु नागर" के अवतरणों में अंतर

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फिर मुझे चाँद दिखा
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तुम, तुम भी हो, तुम मैं भी हो, तुम वो भी हो
 
तुम, तुम भी हो, तुम मैं भी हो, तुम वो भी हो
 
वो, वो भी है, वो तुम भी है, वो मैं भी हूँ।
 
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22:49, 1 अप्रैल 2011 के समय का अवतरण

फिर मुझे चाँद दिखा
फिर मुझे खयाल आया
इस दुनिया में सिर्फ मैं ही नहीं हूँ, तुम भी हो, वो भी है
तुम, तुम भी हो, तुम मैं भी हो, तुम वो भी हो
वो, वो भी है, वो तुम भी है, वो मैं भी हूँ।