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"पूर्णिमा का चाँद / शमशेर बहादुर सिंह" के अवतरणों में अंतर

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चांद निकला बादलों से पूर्णिमा का।
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चाँद निकला बादलों से पूर्णिमा का।
:गल रहा है आसमान।
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        गल रहा है आसमान।
 
एक दरिया उबलकर पीले गुलाबों का
 
एक दरिया उबलकर पीले गुलाबों का
:चूमता है बादलों के झिलमिलाते
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        चूमता है बादलों के झिलमिलाते
:स्वप्न जैसे पाँव।
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        स्वप्न जैसे पाँव।
 
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23:20, 1 अप्रैल 2011 के समय का अवतरण

चाँद निकला बादलों से पूर्णिमा का।
        गल रहा है आसमान।
एक दरिया उबलकर पीले गुलाबों का
        चूमता है बादलों के झिलमिलाते
        स्वप्न जैसे पाँव।