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"एक अकेले से / अरुणा राय" के अवतरणों में अंतर

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तो वो उलझे <br>
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और छूट गए<br>
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चलते - चलते
और छोड़ गए उलझन<br><br>
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हाथ बढ़ाए हमने
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तो वो उलझे  
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और छूट गए
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और छोड़ गए उलझन
  
अब<br>
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अब
एक अकेले से<br>
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एक अकेले से
 
वह सुलझे कैसे ...
 
वह सुलझे कैसे ...
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12:33, 15 अप्रैल 2011 के समय का अवतरण

चलते - चलते
हाथ बढ़ाए हमने
तो वो उलझे
और छूट गए
और छोड़ गए उलझन

अब
एक अकेले से
वह सुलझे कैसे ...