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भगवान नटवर जी की जय / आरती

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{{KKAarti
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}}{{KKCatKavita}}{{KKAnthologyKrushn}}भगवान नटवर जी की जय-जय गिरिधारी प्रभु, जय-जय गिरिधारी।<BR>
दानव-दल बलिहारी, गो-द्विज हितकारी॥ जय ..<BR>