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"कमल-दल नैननि की उनमानि / रहीम" के अवतरणों में अंतर
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कमल-दल नैननि की उनमानि। | कमल-दल नैननि की उनमानि। |
20:18, 18 अप्रैल 2011 के समय का अवतरण
कमल-दल नैननि की उनमानि।
बिसरत नाहिं सखी मो मन ते मंद मंद मुसकानि॥
यह दसननि दुति चपला हू ते महा चपल चमकानि।
बसुधा की बस करी मधुरता सुधा-पगी बतरानि॥
चढ़ी रहे चित उर बिसाल को मुकुतमाल थहरानि।
नृत्य समय पीताम्बर हू की फहरि फहरि फहरानि॥
अनुदिन श्री बृन्दावन ब्रज ते आवन आवन आनि।
अब ’रहीम’ चित ते न टरति है सकल स्याम की बानि॥