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"प्रार्थना / अजेय" के अवतरणों में अंतर

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(नया पृष्ठ: <poem> ईश्वर मेरे दोस्त मेरे पास आ ! यहाँ बैठ बीड़ी पिलाऊँगा चाय पीत…)
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17:23, 20 अप्रैल 2011 का अवतरण

 
ईश्वर
मेरे दोस्त
मेरे पास आ !
यहाँ बैठ
बीड़ी पिलाऊँगा
चाय पीते हैं

इतने दिन हो गए
आज तुम्हारी गोद में सोऊँगा
तुम मुझे परियों की कहानी सुनाना

फिर न जाने कब फुर्सत होगी !
1992