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हे मकड़ी / ज़्देन्येक वागनेर

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अनुवाद सुधारना
हे मकड़ी, तुम केश में
क्यों घूमने जाती हो?
आशा है तुम रोज़सुखकन्या का भाग्य खोला करती को देती हो।
अब यही कविता चेक भाषा में पढ़े :
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