भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"कुम्हार का गीत / हरिवंशराय बच्चन" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=हरिवंशराय बच्चन }} ::चाक चले चाक! ::चाक चले चाक! ::अ…) |
|||
पंक्ति 5: | पंक्ति 5: | ||
− | ::चाक चले चाक! | + | :::चाक चले चाक! |
− | ::चाक चले चाक! | + | :::चाक चले चाक! |
− | ::अंबर दो फाँक- | + | :::अंबर दो फाँक- |
आधे में हंस उड़े, आधे में काक! | आधे में हंस उड़े, आधे में काक! | ||
− | ::चाक चले चाक! | + | :::चाक चले चाक! |
− | ::चाक चले चाक! | + | :::चाक चले चाक! |
− | ::धरती दो फाँक- | + | :::धरती दो फाँक- |
आधी में नीम फले, आधी में दाख! | आधी में नीम फले, आधी में दाख! | ||
− | ::चाक चले चाक! | + | :::चाक चले चाक! |
− | ::चाक चले चाक! | + | :::चाक चले चाक! |
− | ::दुनिया दो फाँक- | + | :::दुनिया दो फाँक- |
आधी में चाँदी है, आधी में राख! | आधी में चाँदी है, आधी में राख! | ||
− | ::चाक चले चाक! | + | :::चाक चले चाक! |
− | ::चाक चले चाक! | + | :::चाक चले चाक! |
− | ::जीवन दो फाँक- | + | :::जीवन दो फाँक- |
आधे में रोदन है, आधे में राग! | आधे में रोदन है, आधे में राग! | ||
− | ::चाक चले चाक! | + | :::चाक चले चाक! |
− | ::चाक चले चाक! | + | :::चाक चले चाक! |
− | ::बाज़ी दो फाँक, | + | :::बाज़ी दो फाँक, |
− | ::ख़ूब सँभल आँक- | + | :::ख़ूब सँभल आँक- |
जुस है किस मुट्ठी, ताक? | जुस है किस मुट्ठी, ताक? | ||
− | ::चाक चले चाक! | + | :::चाक चले चाक! |
− | ::चाक चले चाक! | + | :::चाक चले चाक! |
− | ::चाक चले चाक!... | + | :::चाक चले चाक!... |
00:31, 11 जून 2011 के समय का अवतरण
- चाक चले चाक!
- चाक चले चाक!
- अंबर दो फाँक-
आधे में हंस उड़े, आधे में काक!
- चाक चले चाक!
- चाक चले चाक!
- धरती दो फाँक-
आधी में नीम फले, आधी में दाख!
- चाक चले चाक!
- चाक चले चाक!
- दुनिया दो फाँक-
आधी में चाँदी है, आधी में राख!
- चाक चले चाक!
- चाक चले चाक!
- जीवन दो फाँक-
आधे में रोदन है, आधे में राग!
- चाक चले चाक!
- चाक चले चाक!
- बाज़ी दो फाँक,
- ख़ूब सँभल आँक-
जुस है किस मुट्ठी, ताक?
- चाक चले चाक!
- चाक चले चाक!
- चाक चले चाक!...