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"प्रीत-12 / विनोद स्वामी" के अवतरणों में अंतर

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म्हैं
सगळो जोर लगा धापतो
पण बेरो कोनी
किसी माटी री बणी तूं
मीठी ई लागती
अर खारी ई
जाणै आक,
पांथ में काट लेंवती जद
मेरी सासू रो नाक।