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मैं जिन्दगी को रख दूँ छिपाकर कि मेरे बाद
सुनता हूँ, उनको उन्हें इसकी ज़रूरत भी हुई है
दुनिया की भीड़भाड़ में कुछ मैं ही गुम नहीं
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