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क्या-क्या न लेके आये ग़ज़ल में सवाल हम!
सबका ज़वाब जवाब उसने दिया एक 'वाह' में
तुझसे बड़ी भी चीज़ है कुछ तुझमें, ज़िन्दगी!
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