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"हमारा प्यार जी उठता, घड़ी मरने की टल जाती / गुलाब खंडेलवाल" के अवतरणों में अंतर

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हमारा प्यार जी उठता, घड़ी मरने की टल जाती  
 
हमारा प्यार जी उठता, घड़ी मरने की टल जाती  
जो तुम नज़रों से छू लेते तो यह दुनिया बदल जाती  
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जो तुम नज़रों से छू देते तो यह दुनिया बदल जाती  
  
उन्हीं को ढूँढती फिरती थीं आँखें जानेवाले की  
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उन्हींको ढूँढती फिरती थीं आँखें जानेवाले की  
न करते इंतज़ार ऐसे, किसी की रात ढल जाती
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न करते इंतज़ार ऐसे, किसीकी रात ढल जाती
  
हम उनकी बेरुखी को ही हमेशा प्यार क्यों समझें!
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हम उनकी बेरुख़ी को ही हमेशा प्यार क्यों समझें!
 
कभी तो मुस्कुरा देते, तबीयत ही बहल जाती  
 
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वे दिन कुछ और ही थे जब गुलाब आँखों में रहते थे
 
वे दिन कुछ और ही थे जब गुलाब आँखों में रहते थे
बिना ठहरे ही डोली अब बहारों की गुज़र जाती
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बिना ठहरे ही डोली अब बहारों की निकल जाती
  
 
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02:31, 1 जुलाई 2011 का अवतरण


हमारा प्यार जी उठता, घड़ी मरने की टल जाती
जो तुम नज़रों से छू देते तो यह दुनिया बदल जाती

उन्हींको ढूँढती फिरती थीं आँखें जानेवाले की
न करते इंतज़ार ऐसे, किसीकी रात ढल जाती

हम उनकी बेरुख़ी को ही हमेशा प्यार क्यों समझें!
कभी तो मुस्कुरा देते, तबीयत ही बहल जाती

उन्हीं को चाहते हैं अपने सीने से लगा लें हम
की जिनकी याद आते ही छुरी है दिल पे चल जाती

वे दिन कुछ और ही थे जब गुलाब आँखों में रहते थे
बिना ठहरे ही डोली अब बहारों की निकल जाती