भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"बालक ने / केदारनाथ अग्रवाल" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Pratishtha (चर्चा | योगदान) |
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 4: | पंक्ति 4: | ||
|संग्रह=फूल नहीं, रंग बोलते हैं-1 / केदारनाथ अग्रवाल | |संग्रह=फूल नहीं, रंग बोलते हैं-1 / केदारनाथ अग्रवाल | ||
}} | }} | ||
− | + | {{KKPrasiddhRachna}} | |
ताल को कँपा दिया | ताल को कँपा दिया | ||
03:51, 4 जुलाई 2011 का अवतरण
ताल को कँपा दिया
कंकड़ से बालक ने,
ताल को कँपा दिया,
ताल को नहीं
अनन्त काल को कँपा दिया ।