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"नहीं इस दर्द का उनको पता हो, हो नहीं सकता / गुलाब खंडेलवाल" के अवतरणों में अंतर
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नहीं कुछ प्यार भी इसमें छिपा हो, हो नहीं सकता | नहीं कुछ प्यार भी इसमें छिपा हो, हो नहीं सकता | ||
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01:40, 10 जुलाई 2011 के समय का अवतरण
नहीं इस दर्द का उनको पता हो, हो नहीं सकता
कोई दिल की लगी से अनछुआ हो, हो नहीं सकता
भले ही दो घड़ी के वास्ते प्याला मिला हमको
किसीने भूल से पर दे दिया हो, हो नहीं सकता
असर कुछ प्यार में है तो लिपट जाएगा सीने से
मिटें हम और कोई देखता हो, हो नहीं सकता
भले ही हम न हों जब प्यार की शहनाइयाँ गूँजें
तुम्हारे दिल में कोई दूसरा हो, हो नहीं सकता
गुलाब! ऐसे तो वे तेरी पँखुरियाँ नोचते कब थे
नहीं कुछ प्यार भी इसमें छिपा हो, हो नहीं सकता