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"सब कुछ कृष्णार्पणम्, सब कुछ कृष्णार्पणम् / गुलाब खंडेलवाल" के अवतरणों में अंतर
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03:40, 22 जुलाई 2011 के समय का अवतरण
सब कुछ कृष्णार्पणम्, सब कुछ कृष्णार्पणम्
ज्ञान-ध्यान, शक्ति-श्रम
राग-द्वेष, मोह-भ्रम
दाह, दीनता, अहम्
सब कुछ कृष्णार्पणम्
भोग-योग, यम-नियम
श्रेय, प्रेय, प्रेयतम
लाभ-हानि, सम-विषम
सब कुछ कृष्णार्पणम्
भव-विभव, अधिक कि कम
शिव-अशिव, शुभाशुभम्
प्राप्त जो अगम, सुगम
सब कुछ कृष्णार्पणम्
सत्, असत्, अहम्, इदम्
वृत्ति उच्च या अधम
सुंदरम् असुंदरम्
सब कुछ कृष्णार्पणम्
व्यर्थ जन्म-मृत्यु-क्रम
ईति-भीति, त्रास-तम
रोग-शोक, दुख चरम
सब कुछ कृष्णार्पणम्
भेद बुद्धि के अलम्
जप-तप आगम-निगम
मंत्र अब यही परम
सब कुछ कृष्णार्पणम्
पाँव क्यों न जाए थम
मार्ग चल रहा स्वयं
मुक्त, आज मुक्त हम
सब कुछ कृष्णार्पणम्