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दुष्यंत कुमार की रचनाएँ
दुष्यंत कुमार
जन्म | 30 सितम्बर 1933 |
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निधन | 30 दिसम्बर 1975 |
उपनाम | |
जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
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विविध | |
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जीवन परिचय | |
दुष्यंत कुमार / परिचय |
- मत कहो, आकाश में कुहरा घना है / दुष्यंत कुमार
- बाढ़ की संभावनाएँ सामने हैं / दुष्यंत कुमार
- एक आशीर्वाद / दुष्यंत कुमार
- हो गई है पीर पर्वत-सी पिघलनी चाहिए / दुष्यंत कुमार
- इस नदी की धार में ठंडी हवा आती तो है / दुष्यंत कुमार
- आज सड़कों पर / दुष्यंत कुमार
- कहीं पे धूप / दुष्यंत कुमार
- विदा के बाद प्रतीक्षा / दुष्यंत कुमार
- आग जलती रहे / दुष्यंत कुमार
- चाँदनी छत पे चल रही होगी / दुष्यंत कुमार
- कहाँ तो तय था चराग़ाँ हर एक घर के लिये / दुष्यंत कुमार
- अब तो पथ यही है / दुष्यंत कुमार
- कविता संग्रह "सूर्य का स्वागत" से
- ये सारा जिस्म झुक कर बोझ से दुहरा हुआ होगा / दुष्यंत कुमार
- अपाहिज व्यथा / दुष्यंत कुमार
- कविता संग्रह "साये में धूप" से
- [[पुराने पड़ गए डर, फेंक दो तुम भी,
ये कचरा आज बाहर फेंक दो तुम भी । / दुष्यंत कुमार]]
- [[पुराने पड़ गए डर, फेंक दो तुम भी,