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17:26, 5 अगस्त 2011 के समय का अवतरण
शरीर
तू है 
तो आत्मा की 
जय जय है
जो तू न हो तो 
कोई कैसे कह सकता है 
कि आत्मा 
क्या शै  है ...
 
	
	

