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"इस दिल में तड़पने के अरमान ही अच्छे हैं / गुलाब खंडेलवाल" के अवतरणों में अंतर

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इस राह में हम दोनों, अनजान ही अच्छे हैं
 
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हम आपकी नज़रोँ में मेहमान ही अच्छे हैं  
 
हम आपकी नज़रोँ में मेहमान ही अच्छे हैं  
  

01:51, 12 अगस्त 2011 के समय का अवतरण


इस दिल में तड़पने के अरमान ही अच्छे हैं
रहने भी दें, अब घर ये वीरान ही अच्छे हैं

दिल साथ सदा धड़के, अहसास बहुत इतना
इस राह में हम दोनों, अनजान ही अच्छे हैं

जो प्यार भी मिल जाये, यह बात कहाँ होगी!
हम आपकी नज़रोँ में मेहमान ही अच्छे हैं

डरते हुए लहरों से जीना है कोई जीना!
बेजान किनारों से तूफ़ान ही अच्छे हैं

दाना भी गुलाब उनको अपना न बना पाते
इस प्यार की दुनिया में नादान ही अच्छे हैं