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"धुन प्यार की जो समझे न उन्हें, यह दिल की कहानी क्या कहिये! / गुलाब खंडेलवाल" के अवतरणों में अंतर
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− | |रचनाकार=गुलाब खंडेलवाल
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− | |संग्रह=कुछ और गुलाब / गुलाब खंडेलवाल
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− | [[category: ग़ज़ल]]
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− | <poem>
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− | धुन प्यार की जो समझें न उन्हें, यह दिल की कहानी क्या कहिये!
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− | कहना है जो कान में फूलों के, पत्तों की ज़ुबानी क्या कहिये!
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− | ऐसे तो कभी उस महफ़िल में आयी थी हमारी चर्चा भी
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− | हाथों से छिटककर टूट चुके प्याले की कहानी क्या कहिये!
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− | आँधी वो चली है फूल तो क्या, बाग़ों का पता चलता ही नहीं
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− | तितली के परों पर उड़ती हुई शबनम की निशानी क्या कहिये!
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− | आये तो यहाँ, इतना ही बहुत, अब आप ख़ुशी से रुख़सत हों
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− | इस दिल को तड़पते रहने की आदत है पुरानी, क्या कहिये!
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− | ऐसे तो, गुलाब! आया न कभी प्याला तुम तक उन हाथों से
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− | जो बात मगर कह जाती है चितवन बेगानी, क्या कहिये!
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01:58, 12 अगस्त 2011 के समय का अवतरण