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− | + | अच्छे बच्चे | |
− | + | कुछ बच्चे बहुत अच्छे होते हैं | |
− | + | वे गेंद और ग़ुब्बारे नहीं मांगते | |
− | और | + | मिठाई नहीं मांगते ज़िद नहीं करते |
− | + | और मचलते तो हैं ही नहीं | |
− | + | बड़ों का कहना मानते हैं | |
− | + | वे छोटों का भी कहना मानते हैं | |
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− | + | तीस रुपये महीने और खाने पर। | |
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23:25, 17 अगस्त 2011 का अवतरण
सप्ताह की कविता
शीर्षक : अच्छे बच्चे (रचनाकार: नरेश सक्सेना )
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अच्छे बच्चे कुछ बच्चे बहुत अच्छे होते हैं वे गेंद और ग़ुब्बारे नहीं मांगते मिठाई नहीं मांगते ज़िद नहीं करते और मचलते तो हैं ही नहीं बड़ों का कहना मानते हैं वे छोटों का भी कहना मानते हैं इतने अच्छे होते हैं इतने अच्छे बच्चों की तलाश में रहते हैं हम और मिलते ही उन्हें ले आते हैं घर अक्सर तीस रुपये महीने और खाने पर।