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"गुज़रेंगे इस चमन से तूफ़ान और कितने / वीरेन्द्र खरे 'अकेला'" के अवतरणों में अंतर

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गुज़रेंगे इस चमन से तूफ़ान और कितने
 
गुज़रेंगे इस चमन से तूफ़ान और कितने
  रूठे रहेंगे हमसे भगवान और कितने
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रूठे रहेंगे हमसे भगवान और कितने
  
  अब हाल पर हमारे तुम हमको छोड़ भी दो
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अब हाल पर हमारे तुम हमको छोड़ भी दो
  लेते फिरें  तुम्हारे अहसान और कितने
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लेते फिरें  तुम्हारे अहसान और कितने
  
  नेता, वकील, पंडित, मुल्ला, समाज सेवक
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नेता, वकील, पंडित, मुल्ला, समाज सेवक
  बदलेगा रूप आखि़र शैतान और कितने
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बदलेगा रूप आखि़र शैतान और कितने
  
  हमें तोड़ने की ख़ातिर, हमें लूटने की ख़ातिर
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हमें तोड़ने की ख़ातिर, हमें लूटने की ख़ातिर
  हमसे करेंगे आखि़र पहचान और कितने
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हमसे करेंगे आखि़र पहचान और कितने
  
  आँसू, अभाव, विपदा, आहें, घुटन, हताशा
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आँसू, अभाव, विपदा, आहें, घुटन, हताशा
  बदलेगी दिल की पुस्तक उन्वान और कितने
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बदलेगी दिल की पुस्तक उन्वान और कितने
  
  जो सुख नहीं रहे तो दुख भी नहीं रहेंगे
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जो सुख नहीं रहे तो दुख भी नहीं रहेंगे
  किसी एक घर रूकेंगे मेहमान और कितने
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किसी एक घर रूकेंगे मेहमान और कितने
  
  दिन की तरह कोई दिन निकले भी अब ‘अकेला’
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दिन की तरह कोई दिन निकले भी अब ‘अकेला’
  होंगे तिमिर के बंदी दिनमान और कितने
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होंगे तिमिर के बंदी दिनमान और कितने
 
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12:05, 25 अगस्त 2011 का अवतरण

गुज़रेंगे इस चमन से तूफ़ान और कितने
रूठे रहेंगे हमसे भगवान और कितने

अब हाल पर हमारे तुम हमको छोड़ भी दो
लेते फिरें तुम्हारे अहसान और कितने

नेता, वकील, पंडित, मुल्ला, समाज सेवक
बदलेगा रूप आखि़र शैतान और कितने

हमें तोड़ने की ख़ातिर, हमें लूटने की ख़ातिर
हमसे करेंगे आखि़र पहचान और कितने

आँसू, अभाव, विपदा, आहें, घुटन, हताशा
बदलेगी दिल की पुस्तक उन्वान और कितने

जो सुख नहीं रहे तो दुख भी नहीं रहेंगे
किसी एक घर रूकेंगे मेहमान और कितने

दिन की तरह कोई दिन निकले भी अब ‘अकेला’
होंगे तिमिर के बंदी दिनमान और कितने