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"आज तो पूनो मचल पड़ी / गुलाब खंडेलवाल" के अवतरणों में अंतर
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चंदन चर्चित अंग सुहावन | चंदन चर्चित अंग सुहावन | ||
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चम्पक वर्ण, कपोल लुभावन | चम्पक वर्ण, कपोल लुभावन | ||
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आँखें बड़ी बड़ी | आँखें बड़ी बड़ी | ||
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23:59, 30 अगस्त 2007 का अवतरण
आज तो पूनो मचल पड़ी
अलकों में मुक्ताहल भरके
भाल बीच शशि बेंदी भर के
हँसी सिंगार सोलहों करके
नभ पर खड़ी खड़ी
फूलों ने की हँसी ठिठोली
किसे रिझाने चातकी बोली
वह न लाज से हिली न डोली
भू में गड़ी गड़ी
चंदन चर्चित अंग सुहावन
झिलमिल स्वर्नांचल मन भावन
चम्पक वर्ण, कपोल लुभावन
आँखें बड़ी बड़ी
आज तो पूनो मचल पड़ी