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"लडकियाँ / घनश्याम कुमार 'देवांश'" के अवतरणों में अंतर

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20:24, 13 सितम्बर 2011 के समय का अवतरण

कुछ चीजें कभी समझ नहीं आतीं
जैसे कि
लड़कियों को सिर्फ वही लड़के
क्यों बहुत भाते हैं
जो उनसे
बहुत दूर चले जाते हैं
 
जैसे कि
लडकियां अकेले में ही
इतना सुरीला क्यों गातीं हैं
और क्यों नाचती हैं
भरी दुपहरियों में
बंद कमरे में जादूभरा नाच
 
जैसे कि
लडकियां काजल और
चश्मों के पीछे
अपनी आँखों का जादू
क्यों छिपाए फिरती हैं
और अपने मनपसंद लड़के को
न देखने की तरह ही
क्यों देखती हैं...