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"साल पुराने / रमेश तैलंग" के अवतरणों में अंतर

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हँसी-हँसी फि‍र वापस ला।
 
हँसी-हँसी फि‍र वापस ला।
  
वैर की बातें, झूठ की बातें,
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टूट की बातें, फूट की बातें,
 
टूट की बातें, फूट की बातें,
 
अब न हमको याद दि‍ला।
 
अब न हमको याद दि‍ला।

02:40, 18 सितम्बर 2011 के समय का अवतरण

साल पुराने जा रे जा
कपडे़ नये पहनकर आ।

झगड़ा-कुट्टी, माथा फुट्टी,
नये साल में सबकी छुट्टी,
रोनी-धोनी दूर भगा।
हँसी-हँसी फि‍र वापस ला।

बैर की बातें, झूठ की बातें,
टूट की बातें, फूट की बातें,
अब न हमको याद दि‍ला।
हँसी-खुशी फि‍र मेल मि‍ला।

साल पुराने जा रे जा।
कपडे़ नये पहनकर आ।