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13:40, 21 फ़रवरी 2008 के समय का अवतरण


गाढ़े गहरे के पीछे

छिपा है फीका

रंग ने कहा--

और हँस दिया


तेज़ के बहुत बाद

आएगा आगे धीमा

बताया रास्ते ने,

वह ठहरा नहीं


मैंने एक फीका उठाया

और धीमे से कहा--

'चलो!'