भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"हेली रातूं जागै थूक बिलोवां / सांवर दइया" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सांवर दइया |संग्रह=आ सदी मिजळी मरै /...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

20:59, 16 अक्टूबर 2011 के समय का अवतरण

हेली रातूं जागै थूक बिलोवां
घर सूं कांई लागै थूक बिलोवां

देखो अबै सांस आवैला सोरी
नाक कटाई नागै थूक बिलोवां

काम रै नांव रैयो औ ई काम
आवो बैठां सागै थूक बिलोवां

ताका-झाका करती पाड़ौसी री
छोरी घर सूं भागै थूक बिलोवां

शहर सूं बावड़ बतावै बाबूड़ो
बै सीटी सुण भागै थूक बिलोवां