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"आखर री औकात, पृष्ठ- 46 / सांवर दइया" के अवतरणों में अंतर

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भूखो टाबर
कित्तीक ताळ बिलमै
रमतियां सूं ?
०००

साव सून्याड़
कानां पूगै पड़ाधा-
हांS, आगै बधो !
०००

औखद सोधो
म्हांरी पीड़ बधै, थे-
मुड़दा खोदो
०००

नूंवा है लोग
दो घड़ी रो हरख
सागी है रोग
०००

किण नै कैवां
म्हांरी सांस चींथीजै
म्हांरो ई राज
०००