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"ओ एक ही कली की / अज्ञेय" के अवतरणों में अंतर
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ओ एक ही कली की | ओ एक ही कली की | ||
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मेरे साथ प्रारब्ध-सी लिपटी हुई | मेरे साथ प्रारब्ध-सी लिपटी हुई | ||
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:दूसरी, चम्पई पंखुड़ी! | :दूसरी, चम्पई पंखुड़ी! | ||
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हमारे खिलते-न-खिलते सुगन्ध तो | हमारे खिलते-न-खिलते सुगन्ध तो | ||
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हमारे बीच में से होती | हमारे बीच में से होती | ||
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उड़ जायेगी! | उड़ जायेगी! | ||
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14:46, 17 दिसम्बर 2011 के समय का अवतरण
ओ एक ही कली की
मेरे साथ प्रारब्ध-सी लिपटी हुई
दूसरी, चम्पई पंखुड़ी!
हमारे खिलते-न-खिलते सुगन्ध तो
हमारे बीच में से होती
उड़ जायेगी!