भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"अगर कहीं मैं तोता होता / रघुवीर सहाय" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
 
पंक्ति 6: पंक्ति 6:
 
<poem>
 
<poem>
 
अगर कहीं मैं तोता होता  
 
अगर कहीं मैं तोता होता  
तोता होता तो क्या होता?
+
तोता होता तो क्या होता ?
 
तोता होता।
 
तोता होता।
होता तो फिर?
+
होता तो फिर ?
  
होता, 'फिर' क्या?
+
होता, 'फिर' क्या ?
होता क्या? मैं तोता होता।
+
होता क्या ? मैं तोता होता ।
 
तोता तोता तोता तोता
 
तोता तोता तोता तोता
 
तो तो तो तो ता ता ता ता
 
तो तो तो तो ता ता ता ता
 
बोल पट्ठे सीता राम
 
बोल पट्ठे सीता राम
 
</poem>
 
</poem>

20:48, 17 दिसम्बर 2011 के समय का अवतरण

अगर कहीं मैं तोता होता
तोता होता तो क्या होता ?
तोता होता।
होता तो फिर ?

होता, 'फिर' क्या ?
होता क्या ? मैं तोता होता ।
तोता तोता तोता तोता
तो तो तो तो ता ता ता ता
बोल पट्ठे सीता राम