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"यादें बीमार / रमेश रंजक" के अवतरणों में अंतर

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फिर लम्बे लान में उतर आई
 
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जैसे-तैसे काटा दिन
 
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नीले वातास पर उभर आए
 
नीले वातास पर उभर आए
          अनसुलझे कई सवालात ।
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    अनसुलझे कई सवालात ।
 
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11:40, 19 दिसम्बर 2011 का अवतरण

फिर लम्बे लान में उतर आई
           छोटे पाँवों वाली रात ।

जैसे-तैसे काटा दिन
अपने को तोड़-मोड़ कर
खिसक गईं सिरहाने से
यादें बीमार छोड़ कर

नीले वातास पर उभर आए
     अनसुलझे कई सवालात ।