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"तिलिस्मी फूल / मख़्मूर सईदी" के अवतरणों में अंतर
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01:13, 31 दिसम्बर 2011 के समय का अवतरण
खण्डर में फूल खिला था बस एक पल के लिए
गुज़र गए कई मौसम, कई रुतें बीतीं
मगर वो फूल खिला था जो एक पल के लिए
महक रहा है कहीं मेरे जिस्मो-जाँ में हनोज़
उसी का रंग है इस चश्मे-ख़ूफ़िशाँ में हनोज़