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"रात की नींद / ”काज़िम” जरवली" के अवतरणों में अंतर
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22:04, 20 जनवरी 2012 के समय का अवतरण
इक आन मे खामोश सी हो जाएगी,
हर एक सदा नींद मे सो जाएगी ।
इस दिल का कोई साथ कहाँ तक देगा,
कुछ देर मे ये रात भी सो जाएगी ।। -- काज़िम जरवली