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तोड़े नयी जमीन/ शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
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14:18, 28 फ़रवरी 2012
जोड़े सकल समाज हृदय में
सबके प्रेम जगे,
pathreeli chattano par bhi
पथरीली चट्टानों पर भी
कोमल दूब उगे,
दुख, चिन्ता, भय जीत समय पर
Sheelendra
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