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"बेचारे यह लोग! / दीप्ति नवल" के अवतरणों में अंतर

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21:10, 28 फ़रवरी 2012 के समय का अवतरण


लोग एक ही नज़र से देखते हैं
औरत और मर्द
के रिश्ते को
क्योंकि उसे नाम दे सकते हैं ना!
नामों से बँधे
बेचारे यह लोग!