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"हक़ नमक का / नन्दल हितैषी" के अवतरणों में अंतर

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21:05, 29 फ़रवरी 2012 के समय का अवतरण

जब शोर की अधिकता में
प्रभावी होता है संकेत.
तब चमक उठती है
चौराहे की लाल बत्ती
......और संवादहीनता
बनती है नियति,
भागता हुआ अभिवादन
जोड़ देता है
भिनसारे को संझा से.
नमक का सही हक़
अदा करता हुआ वह कामगार
’उरिन’ हो गया,
ठेले पर नमक के बोरे
..... और पसीने से तरबतर
एक पौरुष.