भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

शेर-2 / असर लखनवी

7 bytes added, 14:24, 21 मार्च 2012
(5)
उनपै हँसिये शौक से जो माइले<sup>9</sup> - फरियाद<sup>10</sup> है,
उनसे डरिये जो सितम <sup>11</sup> पर मुस्कुराकर रह गये।
</poem>
1.निशात - आनन्द, खुशी 2.बेपायाँ - जिसका अन्त न हो, असीम, बेहद 3.तबस्सुम - मुस्कान, मुस्कुराहट, मन्दहास 4. निकहत - खुश्बू, सुगन्ध 5.अहले-हिम्मत - साहसी, हिम्मती 6. हुसूले-मुद्दआ - उद्देश्य की प्राप्ति 7.हमनशीं - साथ बैठने वाला, मित्र 8.जानिबे–दर - दरवाजे की ओर 9.माइल - आसक्त, आशिक, प्रवृत्त झुकाव रखने वाला, आमादा 10. फरियाद - (i) सहायता के लिए पुकार, दुहाई (ii) शिकायत, परिवाद (iii) आर्तनाद, दुख की आवाज (iv) नालिश, न्याय याचना। 311. सितम - जुल्म, अत्याचार
Mover, Reupload, Uploader
7,916
edits