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20:40, 2 अप्रैल 2012 का अवतरण
बुल्ले शाह
जन्म: 1680
निधन: 1758
उपनाम
मीर बहली शाह
जन्म स्थान
पंडोक गाँव, क़सूर, लाहौर (पंजाब), पाकिस्तान
कुछ प्रमुख कृतियाँ
क़ाफ़ियाँ बुल्ले शाह, सीहर्फ़िए, दोहरे, अठवारे, गंढे़
विविध
जीवन परिचय
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क़ाफ़िए <sort order="asc" class="ul">
- / बुल्ले शाह
- बुल्ले नूँ समझावन आँईयाँ / बुल्ले शाह
- कुछ पाया है कुछ पाया है / बुल्ले शाह
- अब लगन लगी क्या करें / बुल्ले शाह
- अब हम गुम हुए / बुल्ले शाह
- एक नुक्ता यार पढ़ाया है! / बुल्ले शाह
- बस कर दो, अब बस कर दो / बुल्ले शाह
- तेरे नयनों के दास हुए अब नयन मेरे / बुल्ले शाह
- ओ मित्र! जिस घर में तू घुसता है / बुल्ले शाह
- दिलबर, संभल के नेह लगाना / बुल्ले शाह
- किससे अब तू छिपता है? / बुल्ले शाह
- क्या करता है, वह क्या करता है / बुल्ले शाह
- मेरी बगल में है चोर / बुल्ले शाह
- राँझा जोगी बन आया री! / बुल्ले शाह
- घड़ियाली को दो निकाल, आज पिया घर आया है / बुल्ले शाह
- अब क्या करता वह क्या करता? / बुल्ले शाह
- क्या हुआ मुझे, मैंने अपना अहम गँवाया / बुल्ले शाह
- किससे परदा रखते हो? / बुल्ले शाह
- इश्क़ (प्रेम) तो नित नूतन है / बुल्ले शाह
- बाधा डाले मिट्टी, यार! / बुल्ले शाह
- मुझको पहचानेगा कौन? मैं तो अब कुछ बदल गई / बुल्ले शाह
- प्रभु ने मुरली सहसा बजाई / बुल्ले शाह
- मैंने साजन के भेद हैं पाए / बुल्ले शाह
- ओ लड़की! बेकार न घूम, कुछ तो चरखा कात बैठ के / बुल्ले शाह
- एक अलफ़ पढ़ो छुटकारा है / बुल्ले शाह
</sort> अन्य रचनाएँ <sort order="asc" class="ul">
- किते चोर बने किते काज़ी हो / बुल्ले शाह
- ना कहूँ जब की, ना कहूँ तब की / बुल्ले शाह
- उलटे होर ज़माने आए / बुल्ले शाह
- सानू आ मिल यार पियारया / बुल्ले शाह
- मुगलाँ ज़हर पियाले पीते / बुल्ले शाह
- वाह वाह माटी दी गुल्ज़ार / बुल्ले शाह
- वह जिस पर करम अवेहा है / बुल्ले शाह
- ना हम खाकी, ना हम आतश / बुल्ले शाह
- तुसी छिपदे सी असी पकड़े हो / बुल्ले शाह
- नाल मेहबूब सिरे दी बाज़ी / बुल्ले शाह
- मैं मेरी है ना तेरी है / बुल्ले शाह
- मैं सुपना सभ जग वी सुपना / बुल्ले शाह
- बुल्ला बोहड़ दा बोया सी / बुल्ले शाह
- खावें मास चबावें बिड़ा / बुल्ले शाह
- एह अम्मा बाबा बेटा बेटी / बुल्ले शाह
- पीया बस कर बहुती होई / बुल्ले शाह
- करम शरा दे धरम बतावन / बुल्ले शाह
- जिचर ना इश्क़ मजाज़ी लागे / बुल्ले शाह
- इश्क़ दी नवीयों नवी बहार / बुल्ले शाह
- कीह बेदर्दां संग यारी / बुल्ले शाह
- बिरहों आ वड़या विच वेहड़े / बुल्ले शाह
- जागदियां मैं घर विच मुट्ठी / बुल्ले शाह
- राँझा जोगिण बण आया / बुल्ले शाह
- घड़ियाली देहो निकाल नीं / बुल्ले शाह
- मैं पाया है मैं पाया है / बुल्ले शाह
- जदों ज़ाहिर होए नूर होरी / बुल्ले शाह
- मैनूँ की होया मैथों गई गवाती मैं / बुल्ले शाह
- हीर राँझे दे हो गए मेले / बुल्ले शाह
- तैं कारन हब्सी होए हाँ / बुल्ले शाह
- मुरली बाज उठी अन्धातां / बुल्ले शाह
- बिन्द्राबन में गऊयां चराएं / बुल्ले शाह
- हुण किस थी आप छपाई दा / बुल्ले शाह
- बुल्ला शाह दी एह गत पाई / बुल्ले शाह
- कर कत्तन वल धियान कुड़े / बुल्ले शाह
- / बुल्ले शाह
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