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− | तुतली बोली | + | तुतली बोली <br> |
− | आरती में किसी ने | + | आरती में किसी ने <br> |
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23:19, 16 अप्रैल 2012 का अवतरण
चन्दनमन
रचनाकार | सम्पादन- भावना कुँअर और रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु' |
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प्रकाशक | अयन प्रकाशन, 1/20 महरौली , ,नई दिल्ली–110030 |
वर्ष | 2011 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | हाइकु कविताएँ |
विधा | हाइकु |
पृष्ठ | 120 |
ISBN | 978-81-7408-462-0 |
विविध | मूल्य(सजिल्द) :160 |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
खिलखिलाए
पहाड़ी नदी जैसी
मेरी मुनिया’‘-(पृष्ठ-77)
तुतली बोली
आरती में किसी ने
मिसरी घोली .(पृष्ठ-77)