भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"ताँका / रचना श्रीवास्तव" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= रचना श्रीवास्तव |संग्रह=भाव-कलश / ...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
छो (तांका / रचना श्रीवास्तव का नाम बदलकर ताँका / रचना श्रीवास्तव कर दिया गया है) |
(कोई अंतर नहीं)
|
08:58, 10 मई 2012 का अवतरण
पन्नो में शब्द
बंद रहे सदियों
घुटती साँसें
दीमक -ग्रास बने
बिखरे आधे होके