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"पीले गुलाब(चोका)/ सुधा गुप्ता" के अवतरणों में अंतर
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19:42, 21 मई 2012 के समय का अवतरण
तुम्हें भेजे थे
चन्द पीले गुलाब
मिल गए न ?
सिर्फ़ तुम्हारे लिए
सँजो रखे थे
पुखराज-पाटल
पीले गुलाब:
कोमल अहसास
तुम्हारा साथ
निर्धूम अगन -से
प्रशान्त ज्योति
पावनतम मित्र
मुझे भाती है
गुलाब की पीतिमा
 पीले गुलाब
ओस-बिन्दु से सजे
महक उठे
अनाम ,अछूते वे
रिश्ते निर्वाक्  ही रहे ।
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