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गिलहरी / जगदीश व्योम

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करके उसे डराती।
गिलहरी दिनभर आती-जाती।।
 
 
भोली-भाली बहुत लजीली
 
छोटी-सी प्यारी शरमीली
 
देर तलक शीशे से चिपकी
 
बच्चों से बतलाती।
 
गिलहरी दिनभर आती-जाती।।
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