भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"पढ़ीस / परिचय" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
<poem> | <poem> | ||
− | कवि | + | कवि बलभद्र प्रसाद दीक्षित '[[ पढ़ीस ]]' आधुनिक अवधी कवियों में सबसे ज्येष्ठ कहे जाएँगें। पढ़ीस जी का जन्म १८९८ ई. में गाँव - अम्बरपुर, जिला - सीतापुर (अवध) में हुआ था। खड़ी बोली हिन्दी, अंग्रेजी और उर्दू का ज्ञान होने के बाद भी पढ़ीस जी कविता अपनी मातृभाषा यानी अवधी में ही लिखते थे। १९३३ ई. में पढ़ीस जी का काव्य संग्रह ‘चकल्लस’ प्रकाशित हुआ, जिसकी भूमिका निराला जी ने लिखी थी और साफ तौर पर कहा था कि ये संग्रह हिन्दी के तमाम सफल काव्यों से बढ़कर है। पढ़ीस जी की ग्रंथावली उ.प्र. हिन्दी संस्थान से आ चुकी है। पढ़ीस जी की मृत्यु सन् १९४३ में हुई। |
</poem> | </poem> |
17:26, 11 जून 2012 का अवतरण
कवि बलभद्र प्रसाद दीक्षित ' पढ़ीस ' आधुनिक अवधी कवियों में सबसे ज्येष्ठ कहे जाएँगें। पढ़ीस जी का जन्म १८९८ ई. में गाँव - अम्बरपुर, जिला - सीतापुर (अवध) में हुआ था। खड़ी बोली हिन्दी, अंग्रेजी और उर्दू का ज्ञान होने के बाद भी पढ़ीस जी कविता अपनी मातृभाषा यानी अवधी में ही लिखते थे। १९३३ ई. में पढ़ीस जी का काव्य संग्रह ‘चकल्लस’ प्रकाशित हुआ, जिसकी भूमिका निराला जी ने लिखी थी और साफ तौर पर कहा था कि ये संग्रह हिन्दी के तमाम सफल काव्यों से बढ़कर है। पढ़ीस जी की ग्रंथावली उ.प्र. हिन्दी संस्थान से आ चुकी है। पढ़ीस जी की मृत्यु सन् १९४३ में हुई।