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'''''।। दोहा।।'''''
'''''लाल देह लाली लसे, अरू धरि लाल लँगूर।'''''
'''''बज्र देह दावन दलन, जय जय जय कपि सूर।।'''''
'''।। इति संकटमोचन हनुमानाष्टक सम्पूर्ण।।'''
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