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"सागर पर भोर / अज्ञेय" के अवतरणों में अंतर
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असमंजस के एक और दिन पर, ओ सूरज, | असमंजस के एक और दिन पर, ओ सूरज, | ||
क्यों, क्यों, क्यों यह तुम उग आए ? | क्यों, क्यों, क्यों यह तुम उग आए ? | ||
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+ | '''आटाभी (जापान), 21 दिसम्बर, 1957''' | ||
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17:57, 30 जुलाई 2012 के समय का अवतरण
बहुत बड़ा है यह सागर का सूना
बहुत बड़ा यह ऊपर छाया औंधा खोखल ।
असमंजस के एक और दिन पर, ओ सूरज,
क्यों, क्यों, क्यों यह तुम उग आए ?
आटाभी (जापान), 21 दिसम्बर, 1957