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"एक मंगलाचरण / अज्ञेय" के अवतरणों में अंतर
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भावों का अनन्त क्षीरोदधि शब्द-शेष फैले सहस्र-फण, | भावों का अनन्त क्षीरोदधि शब्द-शेष फैले सहस्र-फण, |
16:37, 8 अगस्त 2012 के समय का अवतरण
भावों का अनन्त क्षीरोदधि शब्द-शेष फैले सहस्र-फण,
एक अर्थ से तुम हो अच्युत, मुझ को भी दे दो करुणा-कण!
दिल्ली (बस में), 19 सितम्बर, 1954