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कविता कोश के महत्त्वपूर्ण योगदानकर्ता  
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कविताकोश के एक प्रमुख योगदानकर्ता  
 
श्री चंद्रमौलेश्वर प्रसाद का 12 सितम्बर 2012  
 
श्री चंद्रमौलेश्वर प्रसाद का 12 सितम्बर 2012  
 
को देहांत हो गया।  
 
को देहांत हो गया।  
  
आपने 18 अप्रैल 2009 को कविता कोश से जुडकर
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आप 18 अप्रैल 2009 को पहली बार
600 से भी अधिक रचनाओं को इस कोश में जोडा  
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कविताकोश से जुडे
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और 21 जुलाई 2011 तक 600 से भी  
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अधिक रचनाओं को इस कोश में जोडा  
 
आपने जो पहली रचना इस कोश में जोडी  
 
आपने जो पहली रचना इस कोश में जोडी  
 
वह ऋषभ देव शर्मा जी की रचना  
 
वह ऋषभ देव शर्मा जी की रचना  
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ताकि सनद रहे..... ।
 
ताकि सनद रहे..... ।
  
यह संयोग है कि आने 21 जुलाई 2011  
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यह संयोग है कि 21 जुलाई 2011 को  
को अंतिम बार कविताकोश पर  
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अंतिम बार आपने कविताकोश पर  
जिस रचना को जोडा वह भी  
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जिस रचना को जोडा  
ऋषभदेव शर्मा की ही रचना थी  
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वह भी ऋषभदेव शर्मा की ही रचना थी  
तेवरी काव्यान्दोलन।
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तेवरी काव्यान्दोलन..... ।
  
 
कविताकोश से योगदानकर्ता के रूप में  
 
कविताकोश से योगदानकर्ता के रूप में  
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अमजद हैदराबादी, ‎कविता वाचक्नवी,  
 
अमजद हैदराबादी, ‎कविता वाचक्नवी,  
 
यगाना चंगेज़ी, ‎ लेकर फ़ानी बदायूनी,  
 
यगाना चंगेज़ी, ‎ लेकर फ़ानी बदायूनी,  
तक शायरियों को जोडा ।
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तक की शायरियों को जोडा ।
  
 
कविताकोश और उसके पढने वाले  
 
कविताकोश और उसके पढने वाले  

16:35, 21 सितम्बर 2012 का अवतरण

Lotus-48x48.png
सप्ताह की कविता
शीर्षक :ताकि सनद रहे रचनाकार : सदस्य:चंद्र मौलेश्वर‎
कविताकोश के एक प्रमुख योगदानकर्ता 
श्री चंद्रमौलेश्वर प्रसाद का 12 सितम्बर 2012 
को देहांत हो गया। 

आप 18 अप्रैल 2009 को पहली बार 
कविताकोश से जुडे 
और 21 जुलाई 2011 तक 600 से भी 
अधिक रचनाओं को इस कोश में जोडा 
आपने जो पहली रचना इस कोश में जोडी 
वह ऋषभ देव शर्मा जी की रचना 
गोलमहल थी और संग्रह था 
ताकि सनद रहे..... ।

यह संयोग है कि 21 जुलाई 2011 को 
अंतिम बार आपने कविताकोश पर 
जिस रचना को जोडा 
वह भी ऋषभदेव शर्मा की ही रचना थी 
तेवरी काव्यान्दोलन..... ।

कविताकोश से योगदानकर्ता के रूप में 
जुडे रहने के दौरान आपने आरज़ू लखनवी, ‎ 
सफ़ी लखनवी, सीमाब अकबराबादी, ‎ 
जिगर मुरादाबादी, ‎आसी ग़ाज़ीपुरी, ‎ 
अमजद हैदराबादी, ‎कविता वाचक्नवी, 
यगाना चंगेज़ी, ‎ लेकर फ़ानी बदायूनी, 
तक की शायरियों को जोडा ।

कविताकोश और उसके पढने वाले 
श्री चंद्रमौलेश्वर प्रसाद के योगदान को 
हमेशा याद रखेंगे ।

ईश्वर ने आपके लिये स्वर्ग में स्थान 
सुनिश्चित किया हो इसी कामना के साथ 
सभी योगदानकर्ताओं की ओर से 
अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि ।