कविता कोश के लिए डाटा
'''नाम माधव शुक्ल‘मनोज’'''उपनाम मनोज जन्म 1 अक्टूबर 1930 सागर,मध्यप्रदेश, भारत कार्यक्षेत्र अध्यापक, कवि, लेखक, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राष्ट्रीयता भारतीय भाषा हिन्दी बोली बुन्देली काल आधुनिक काल विधा हिन्दी और बुन्देली कविता, डायरी लेखन विषय ग्राम्य जीवन साहित्यक जीवन की मौलिक अभिव्यक्ति आन्दोलन राष्ट्रीय एकता सद्भावना यात्रा प्रमुख कृतियां एक नदी कण्ठी-सी नीला बिरछा,धुनकी टूटे हुए लोगों के नगर में जिन्दगी चन्दन बोती है जब रास्ता चैराहा पहन लेता है मैं तुम सब इनसे प्रभावित सर्वेश्वर दयाल सक्सेना, धूमिल, केदारनाथ सिंह, समकालीन हरिवंशरायबच्चन, बालकृष्ण शार्मा नवीन, सोहनलाल द्धिवेदी, नार्गाजुन, त्रिलोचन शास्त्री, बशीर बद्र हस्ताक्षर
सी-13, सेक्टर-1, अवन्ति विहार, रायपुर
'''पुरस्कार एवं सम्मानः'''
1984 शिक्षकों का राष्ट्रीय सम्मान 1984 मध्यप्रदेश शासन का शिक्षक पुरस्कार 1992 मध्यप्रदेश साहित्य परिषद् भोपाल द्वारा ‘ ईसुरी ’ पुरस्कार। 1995 बुन्देलखण्ड अकादमी छतरपुर द्वारा ‘ श्री प्रवणानन्द ’ पुरस्कार। 2000 मध्यप्रदेश लेखक संघ द्वारा ‘अक्षर आदित्य’ सम्मान, भोपाल 2000 अभिनव कला परिषद भोपाल द्वारा ‘ अभिनव शब्द शिल्पी ’ की उपाधि से सम्मानित।
'''प्रमुख कृतियां'''हिन्दी कविता
1953 सिकता कण, 1956 भोर के साथी, 1960 माटी के बोल(बुन्देली), 1965 एक नदी कण्ठी-सी, 1992 नीला बिरछा, 1992 992 धुनकी रुई पे पौआ( बुन्देली ),
1992 टूटे हुए लोगों के नगर में,
1992 जिन्दगी चन्दन बोती है,