भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"बच पाए कन्हैया( हाइकु) /रमा द्विवेदी" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('१-बहना श्राद्ध <br> बच पाए कन्हैया <br> पूरन काज |<br><br> २-बं...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

20:47, 25 अक्टूबर 2012 के समय का अवतरण

१-बहना श्राद्ध
बच पाए कन्हैया
पूरन काज |

२-बंशी की धुन
भूल गईं गोपियाँ
घर आँगन |

३-चांदनी सोई
देख न पाया कोई
कान्हा का जन्म|

४-माया की माया
सोये पहरेदार
हो गए पार |

५-राधा औ श्याम
एक ही तत्व के हैं
पृथक नाम |