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"कोई लौटा दे मेरे बीते हुए दिन / शैलेन्द्र" के अवतरणों में अंतर
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− | कोई लौटा दे मेरे, बीते हुए दिन | + | कोई लौटा दे मेरे, बीते हुए दिन |
बीते हुए दिन वो हाय, प्यारे पल छिन | बीते हुए दिन वो हाय, प्यारे पल छिन | ||
कोई लौटा दे ... | कोई लौटा दे ... | ||
मैं अकेला तो ना था, थे मेरे साथी कई | मैं अकेला तो ना था, थे मेरे साथी कई | ||
− | एक आँधी सी उठी, जो भी था लेके गई | + | एक आँधी-सी उठी, जो भी था लेके गई |
− | आज मैं | + | आज मैं ढूँढूँ कहाँ, खो गए जाने किधर |
− | बीते हुए दिन वो हाय, प्यारे पल छिन | + | बीते हुए दिन वो हाय, प्यारे पल-छिन |
कोई लौटा दे ... | कोई लौटा दे ... | ||
− | मेरे | + | मेरे ख़्वाबों के नगर, मेरे सपनों के शहर |
− | पी लिया जिनके | + | पी लिया जिनके लिए, मैंने जीवन का ज़हर |
− | ऐसे भी दिन थे कभी, मेरी दुनिया थी मेरी | + | ऐसे भी दिन थे कभी, मेरी दुनिया थी मेरी |
− | बीते हुए दिन वो हाय, प्यारे पल छिन | + | बीते हुए दिन वो हाय, प्यारे पल-छिन |
कोई लौटा दे ... | कोई लौटा दे ... | ||
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14:17, 28 अक्टूबर 2012 के समय का अवतरण
कोई लौटा दे मेरे, बीते हुए दिन
बीते हुए दिन वो हाय, प्यारे पल छिन
कोई लौटा दे ...
मैं अकेला तो ना था, थे मेरे साथी कई
एक आँधी-सी उठी, जो भी था लेके गई
आज मैं ढूँढूँ कहाँ, खो गए जाने किधर
बीते हुए दिन वो हाय, प्यारे पल-छिन
कोई लौटा दे ...
मेरे ख़्वाबों के नगर, मेरे सपनों के शहर
पी लिया जिनके लिए, मैंने जीवन का ज़हर
ऐसे भी दिन थे कभी, मेरी दुनिया थी मेरी
बीते हुए दिन वो हाय, प्यारे पल-छिन
कोई लौटा दे ...